
भूलने की बीमारी (डिमेंशिया रोग) क्या होता है?
समाज में डिमेंशिया बीमारी प्रायः भूलने की बीमारी को समझा जाता है। पर आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि, डिमेंशिया बीमारी कई लक्षणों का समूह है, जिसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो सकती है। हमारे समाज में ज़्यादातर लोग इस बीमारी को उम्र बढ़ने के कारण समझते हैं, और इसको बुढ़ापे का नतीजा समझते हैं। ज्यादातर डिमेंशिया बड़ी उम्र के लोगों में होता है, पर याद रहे, डिमेंशिया कम आयु में भी हो सकता है।
डिमेंशिया बीमारी के क्या-क्या लक्षण हो सकते है?
कौन से व्यक्ति में कौन से लक्षण नज़र आयेंगे, यह इस बात पर निर्भर है कि उनके मस्तिष्क के किस हिस्से में हानि हुई है। किसी रोगी मे कुछ लक्षण नज़र आते हैं, तो किसी में कुछ और। जैसे कि, कुछ रोगियों में भूलना इतना प्रमुख नहीं होता, जितना कि व्यवहार में परिवर्तन। डिमेंशिया बीमारी के कुछ प्रमुख लक्षण निम्न प्रकार से है:
- हाल में हुए नयी बातों को याद करने में दिक्कत आना (याददाश्त का कम होना)
- व्यक्तित्व के व्यवहार में बदलाव आना या व्यक्तित्व का अजीब तरह से पेश आना
- चाल और संतुलन में बदलाव आना
- बोलने एवं समझने में दिक्कत आना
- लोगों से मेल-जोल करने में झिझकना
- अपनी भावनाओं को संभालने में मुश्किल आना
- बातचीत करने समय सही शब्द याद न आना
- लोगों और साधारण वस्तुओं को न पहचान पाना
- ज्यादा शक करने लगते हैं
- आसपास के लोगों पर चोरी करने का, मारने का, या भूखा रखने का आरोप लगाते हैं
- कुछ व्यक्ति अधिक उत्तेजित होने लगते हैं, कुछ अन्य व्यक्ति लोगों से मिलना बंद कर देते हैं और दिन भर चुपचाप बैठे रहते हैं
- कुछ व्यक्ति अश्लील हरकतें भी करने लगते हैं
“ध्यान दे कि डिमेंशिया बीमारी के मरीजों में पुरानी याददाश्त ज्यादातर अच्छी होती है।”
याद रखे, ये लक्षण डिमेंशिया या अन्य किसी बीमारी के कारण भी हो सकते हैं, इसलिए डॉक्टर की सलाह लेना उपयुक्त है।
आप से अनुरोध है !
मुझे उम्मीद है कि आपको यह तंत्रिका (नर्वस सिस्टम) संबंधी जानकारी अच्छी लगी होगी। अगर आप ऐसी ही और जानकारी जानना चाहते हैं, तो मुझे कमेंट बॉक्स में अपने कमेंट से जरूर बताएँ। अगर आपको इस लेख में कोई ग़लती मिले तो कृपया मुझे टिप्पणियों के माध्यम से सूचित करें, ताकि मैं अगले ब्लॉग संदेश (ब्लॉग पोस्ट) में आपको संशोधन के साथ अच्छी जानकारी प्रदान कर सकूँ।
टिप्पणियां
टिप्पणी पोस्ट करें